Monday, February 17, 2020

ओडो बोटानिया: रोमांचक मखमली एहसास

   ओडो बोटानिया को धरती का ताज कहा जाना चाहिए। जी हां, ओडो बोटानिया का प्राकृतिक सौन्दर्य विलक्षण है। यह प्राकृतिक सौन्दर्य पर्यटकों कोे मुग्ध कर लेता है। 

   समुद्र की गोद में स्थित ओडो बोटानिया साऊथ कोरिया का आदर्श पर्यटन है। वस्तुत: यह एक दिव्य-भव्य द्वीप है लेकिन इसके अद्भुत सौन्दर्य ने इसे अति विशिष्ट बना दिया है। हालांकि इसे एक शानदार समुद्री वनस्पति उद्यान भी कहा जाता है। 

   साऊथ कोरिया के ग्योंगसांगम स्थित ओडो बोटानिया पर्यटकों को एक मखमली एहसास कराता है। लिहाजा वैश्विक पर्यटक ओडो बोटानिया के आकर्षण में खिंचे चले आते हैं। ओडो बोटानिया से चौतरफा प्रकृति का सुन्दर नजारा दिखता है। कई बार समुद्र की लहरों से अठखेलियां करने का मन होता है। 

  जियोजेडो द्वीप से करीब 4 किलोमीटर दूर स्थित ओडो बोटानिया वस्तुत: दुर्लभ एवं विलुप्त आैषधीय वनस्पतियों का खजाना है। गुजरा पोर्ट से जहाज से करीब 20 मिनट के सफर की पहंुच में स्थित ओडो बोटानिया आैषधीय वनस्पतियों एवं फूलों का एक विशाल गुलदस्ता की भांति नजर आता है।

  शायद इसीलिए इसे 'बंच आफ फ्लावर्स" भी कह सकते हैं। ओडो बोटानिया वस्तुत: नाएडो द्वीप एवं यूरोपियन आडो द्वीप की भांति है। हालांकि इसका अपना एक अलग ही आकर्षण है। 

   ओडो बोटानिया को एक शानदार पर्यटन के रूप में विकसित करने का श्रेय ली चांग हो एवं उनकी पत्नी कोे जाता है। इस परिदृश्य को सजाने-संवारने में ली चांग हो दम्पत्ति को 30 वर्ष का लम्बा समय देना पड़ा। 

   विशेषज्ञों की मानें तो वर्ष 1969 में ली चांग हो पत्नी सहित इस द्वीप पर हवा के झोकों एवं समुद्र की तूफानी लहरों से बचने के लिए ओडो बोटानिया द्वीप पर आये थे। इस द्वीप के प्राकृतिक सौन्दर्य एवं चौतरफा निराली छटा पर हो दम्पत्ति मुग्ध हो गये।

   लिहाजा इस दम्पत्ति ने इसे आैर अधिक सजाने-संवारने का संकल्प ले लिया। करीब 30 वर्ष के अथक परिश्रम से दम्पत्ति ने ओडो बोटानिया को फूलों एवं वनस्पतियों का एक शानदार गुलदस्ता बना दिया। अब इसे फूलों एवं वनस्पतियों का एक शानदार एवं अति समृद्ध खजाना कहा जाता है। 

   वस्तुत: ओडो बोटानिया द्वीप अब फूलों एवं वनस्पतियों से पूरी तरह से आच्छादित है। पश्चिमी शैली के इस शानदार उद्यान में सुन्दर मूर्तियां भी हैं। मूर्तियों वाले हिस्से को वीनस गार्डेन के नाम से जाना एवं पहचाना जाता है।

  ओडो बोटानिया का एक आकर्षण पैराडाइज लाऊंज है। यहां से पर्यटक धूप का आनन्द लेने के साथ ही समुद्र की लहरों के रोमांच का एहसास कर सकते हैं। 

  खास यह कि ओडो बोटानिया पर दुनिया का विलुप्त एवं अति दुर्लभ फूल ओडो भी पाया जाता है। 

  विशेषज्ञों की मानें तो यह सम्पूर्ण इलाका हालियो मैरीटाइम नेशनल पार्क का हिस्सा माना जाता है। ओडो बोटानिया की सुन्दरता किसी आश्चर्य से कम नहीं है। पर्यटक यहां एक मखमली एहसास करते हैं।


   ओडो बोटानिया की यात्रा के सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैंं। निकटतम एयरपोर्ट गिम्हे इंटरनेशनल एयरपोर्ट है। निकटतम रेलवे स्टेशन ग्योंगसांगम में स्थित है। पर्यटक सड़क मार्ग से भी यात्रा कर सकते हैं।
37.568290,126.997780

Thursday, February 13, 2020

चिआंग माई : धरती का आभूषण

   चिआंग माई को दुनिया का खूबसूरत हिल स्टेशन कहा जाना चाहिए। जी हां, प्राकृतिक सौन्दर्य का यह सुन्दर आयाम खास तौर से धरती का आभूषण माना जाता है। 

   शायद इसीलिए चिआंग माई वैश्विक पर्यटकों का बेहद पसंदीदा है। थाईलैंड का खूबसूरत आइना चिआंग माई वस्तुत: एक अति सुन्दर हिल स्टेशन है। 
   खास यह है कि इस शानदार एवं सुन्दर हिल स्टेशन पर प्राकृतिक सौन्दर्य का हर आयाम मौजूद है। लम्बे चौडे़ मखमली घास के विशाल मैदान पर्यटकों को मुग्ध कर लेते हैं।

   उत्तरी थाईलैंड स्थित चिआंग माई को थाईलैैंड में सांस्कृतिक राजधानी के तौर पर देखा जाता है। थाईलैंड के सबसे ऊंचे पहाड़ों के बीच स्थित चिआंग माई पर्यटकों को एक शांत एवं शीतल परिवेश प्रदान करता है। बैंकाक से उत्तर दिशा में करीब 700 किलोमीटर दूर स्थित चिआंग माई थाईलैंड का आदर्श हिल स्टेशन माना जाता है।

  पिंग नदी के तट पर स्थित चिआंग माई को बादलों का शानदार आशियाना भी कहा जाता है। कारण चिआंग माई पर बादलों की घुमक्कड़ी काफी कुछ सहज दिखती है। बादलों की यह घुमक्कड़ी पर्यटकों को रोमांचित कर देती है।

   चिआंग माई अपनी खास खूबियों के कारण दुनिया भर में जाना एवं पहचाना जाता है। खास तौर से चिआंग माई की दस्तकारी का दुनिया लोहा मानती है। दस्तकारी की विशिष्टता चिआंग माई में बने आभूषणों में साफ तौर से दिखती है। लकड़ी की नक्काशी हो गहनों का गढ़न-बनन दिलों को छू जाती है। 

   खास यह कि चिआंग माई की शीतलता पर्यटकों को एक खास ताजगी एवं स्फूर्ति प्रदान करती है। आैषधीय वनस्पतियों की एक लम्बी श्रंखला जीवनवर्धक मानी जाती है। खास यह कि दुर्लभ एवं विलुप्त आैषधीय वनस्पतियां भी चिआंग माई पर संरक्षित हैं।

    इन आैषधीय वनस्पतियों की सुगंध पर्यटकों के दिल एवंं दिमाग को एक खास चैतन्यता प्रदान करती हैं। चिआंग माई का नाग मंदिर आस्था एवं विश्वास का केन्द्र है। यहां नाग की एक दिव्य भव्य आकृति है। मान्यता है कि यह सांप पौराणिक है। इस स्थान को पिंग नदी का रुाोत भी कहा जाता है।

   चिआंग माई थाईलैंड का एक शानदार हिल स्टेशन होने के साथ साथ धर्म एवं आध्यात्म का भी क्षेत्र है। विशेषज्ञों की मानें तो चिआंग माई में 300 से अधिक बौद्ध मंदिर हैं। इन बौद्ध मंदिरों को थाई में वाट कहा जाता है। फ्रथात दोई सुथेप चिआंग माई का सर्वाधिक प्राचीन एवं प्रसिद्ध बौद्ध मंदिर है। 

   मान्यता है कि इस मंदिर का निर्माण 1383 में किया गया था। मान्यता है कि इस मंदिर के स्थान का चयन एक हाथी की सहायता से किया गया था। हाथी की पीठ पर भगवान बुद्ध की प्रतिमा के अवशेष रख कर उसे घूमने के लिए छोड़ दिया गया था। 

  इस स्थान पर हाथी ने गोल-गोल चक्कर लगाने के साथ ही चिंघाड़ना प्रारम्भ कर दिया था। इसी स्थान पर मंदिर का निर्माण किया गया। इस मंदिर से चौतरफा चिआंग माई के खूबसूरत नजारों के दर्शन होते हैं। 

   वाट चियांग मन मंदिर चिआंग माई का अति प्राचीन बौद्ध मंदिर है। यह मंदिर भी 13 वीं सदी का है। इस दिव्य भव्य मंदिर में भगवान बुद्ध की दो प्रतिमाएं हैं।
  इसी प्रकार चिआंग माई में फ्र सिंह मंदिर, लेडी लुआंग मंदिर, चेट योट मंदिर, वियांग कुम कम मंदिर, रामपोइंग मंदिर एवं सुअन डोक मंदिर आदि इत्यादि हैं।

  मंदिरों में थाई वास्तुकला की विलक्षण एवं अद्भुत दस्तकारी दिखती है। खास यह कि चिआंग माई को प्रकृति की गोद कहें तो शायद कोई अतिश्योक्ति न होगी। खूबसूरत नजारों की दुनिया चिआंग माई बेहद रोमांचक है।

   चिआंग माई थाईलैंड की यात्रा के सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं। निकटतम एयरपोर्ट चिआंग माई एयरपोर्ट है। निकटतम रेलवे स्टेशन चिआंग माई रेलवे स्टेशन है। पर्यटक सड़क मार्ग से भी चिआंग माई थाईलैंड की यात्रा कर सकते हैं।
18.706064,98.981712

Sunday, February 2, 2020

कैमरुन हाईलैंड: बादलों का रोमांचक एहसास

    कैमरुन हाईलैंड को सुगंध की एक खास दुनिया कहा जाना चाहिए। जी हां, वस्तुत: कैमरुन हाईलैंड चाय एवं कॉफी के बागानों का अति समृद्ध क्षेत्र है। 

  लिहाजा पूरा इलाका चाय-कॉफी की सुगंध से महकता रहता है। खास यह कि कैमरुन हाईलैंड की चाय एवं कॉफी दुनिया भर में प्रसिद्ध है। मलेशिया के पहांग का यह सुन्दर हिल स्टेशन अपनी आगोश में सुन्दरता के विभिन्न आयाम रखता है। 

   मलेशिया में इपोह से करीब 20 किलोमीटर दूर स्थित कैमरुन हाईलैंड वस्तुत: एक अति ऊंचाई वाला इलाका है। समुद्र तल से करीब 2000 मीटर ऊंचाई पर स्थित कैमरुन हाईलैंड आैषधीय वनस्पतियों से अति समृद्ध है। 

   खास यह कि कैमरुन हाईलैंड वन्य जीवन के लिए अपनी विशिष्ट पहचान रखता है। पर्वतीय बकरियां यहां बहुतायत में पायी जाती हैं। कैमरुन हाईलैंड मुख्य रूप से ट्रिंग कैप, ब्रिांचांग, तानाह राटा एवं रिंगलेट क्षेत्र का खास आकर्षण है। 

   चाय एवं कॉफी की चुस्कियों के साथ पर्यटक इन इलाकों में भ्रमण कर प्राकृतिक सौन्दर्य का सुखद एहसास कर सकते हैं। चाय एवं काफी के बागानों की विशाल श्रंखला देख कर पर्यटक समृद्धता का सहज अनुमान लगा सकते हैं। 

   आैषधीय वनस्पतियों की विशिष्टता खास तौर पर कैमरुन हाईलैंड पर दर्शनीय है। वस्तुत: देखें तो कैमरुन हाईलैंड पर्यटकों को एक विशिष्ट ऊर्जा प्रदान करता है। कैमरुन हाईलैंड खास तौर से मलेशिया का एक आदर्श पर्यटन माना जाता है। 

   कैमरुन हाईलैंड की जलवायु पर्यटकों को शीतलता एवं शांति का एहसास कराती है। लिहाजा कैमरुन हाईलैंड वैश्विक पर्यटकों का बेहद पसंदीदा माना जाता है। 
   यहां की शीतल जलवायु जहां एक आेर शहरवासियों एवं पर्यटकों को शांति एवं शीतलता प्रदान करती है तो वहीं पर्यावरणीय संवर्धन, आैषधीय वनस्पतियां, पौधों, फलों एवं सब्जियों की उपज के लिए अनुकूल परिवेश प्रदान करता है। 

   उत्पादकता का सहज अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि यहां से सिंगापुर को सब्जियों सहित बहुत कुछ निर्यात किया जाता है। ब्रिाटिश हुक्मरानों ने इस इलाके को चाय काफी के उत्पादन का खास केन्द्र बनाया।

   खास उपज के कारण कैमरुन हाईलैंड की चाय-कॉफी दुनिया में अपनी एक खास पहचान रखती है। कुआललंपुर से करीब चार घंटे की दूरी पर स्थित कैमरुन हाईलैंड शीतकालीन खेलों के लिए भी खास प्रसिद्ध है। 

   इतना ही नहीं, कैमरुन हाईलैंड भोज्य पदार्थों की भी विशिष्टता रखता है। चीनी रेेस्ट्रां में पर्यटक चाइनीज भोज्य पदार्थ का स्वाद ले सकते हैं। कैमरुन हाईलैंड पर आलीशान रिसोर्ट, रेस्ट्रां, एवं गेस्ट हाउस उपलब्ध हैं। 

   पर्यटक यहां विश्राम कर कैमरुन हाईलैंड के सैर सपाटा का भरपूर आनन्द ले सकते हैं। निश्चय ही पर्यटक कैमरुन हाईलैंड पर रोमांच का एहसास करते हैं।

   बादलों की घुमक्कड़ी दिलों को छू जाती है। ऐसा प्रतीत होता है कि कैमरुन हाईलैंड बादलों का शानदार आशियाना हो। बादलों के खिलंदडपन के बीच चाय-काफी की सुगंध एक ताजगी प्रदान करती है। मखमली एहसास का यह इलाका मलेशिया में एक आदर्श पिकनिक स्पाट के तौर पर भी देखा जाता है।

   कैमरुन हाईलैंड की यात्रा के सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं। निकटतम एयरपोर्ट कुआललंपुर एयरपोर्ट है। निकटतम रेलवे स्टेशन इपोह रेलवे स्टेशन है। पर्यटक कैमरुन हाईलैंड की यात्रा सड़क मार्ग से भी कर सकते हैं।
4.471180,101.379250

Wednesday, January 29, 2020

एडमास हिल्स: बादलों का रोमांच

   एडमास हिल्स को प्राकृतिक सौन्दर्य का इन्द्रधनुषी आयाम कहा जाना चाहिए। खास यह कि एडमास हिल्स ने सौन्दर्य के असंख्य प्रतिमान स्थापित किये हैं। 

   लिहाजा इस स्थान को अद्भुत माना जाता है। एडमास हिल्स का धार्मिक एवं आध्यात्मिक महत्व विशेष है। एडमास हिल्स पर बादलों की घुमक्कड़ी बेहद रोमांचक होती है। श्रीलंका के रतनपुर जिला के तहत आने वाला एडमास हिल्स भगवान शिव का स्थान भी माना जाता है। 

   सूर्यास्त एवं सूर्योदय का अद्भुत दृश्य केवल एडमास हिल्स पर ही दर्शनीय होता है। लिहाजा इस अद्भुत दृश्य का दर्शन करना हो तो पर्यटकों को रात में ही एडमास हिल्स पर अपना डेरा डाल देना चाहिए। जिससे सूर्योदय का अद्भुत दृृश्य देख सकें। 

   विशेषज्ञों की मानें तो एडमास पर्वत चोटी श्रीलंका के अति खूबसूरत स्थानों में से एक है। यहां सूरज की खूबसूरती देखते ही बनती है। शायद इसीलिए यूनेस्को ने विश्व धरोहर की श्रंखला में एडमास हिल्स को शामिल किया है। एडमास हिल्स को एडमास पीक एवं श्रीपदा भी कहा जाता है।

   मान्यता है कि एडमास हिल्स पर भगवान शिव के पैरों के निशान अंकित हैं। कोलंबो का यह अति दर्शनीय स्थान दुनिया में खास ख्याति रखता है। मान्यता है कि इस विशाल पर्वत श्रंखला का ताल्लुक रामायण काल से भी है।

   हालांकि एडमास हिल्स कोे लेकर हिन्दुओं के साथ ही बौद्ध, इस्लाम एवं ईसाई समुदाय की भी अपनी मान्यताएं हैं। समुद्र तल से करीब 2200 मीटर की ऊंचाई पर स्थित एडमास हिल्स वस्तुत: एक शानदार हिल स्टेशन है तो वहीं इसे धार्मिक पर्यटन भी कहा जा सकता है। 

   बेशकीमती पत्थरों वाला यह इलाका एडमास हिल्स समनाला माउंटेन रेंज का शानदार हिस्सा है। हालांकि श्रीलंका के बाशिंदों के बीच एडमास हिल्स को रहुमाशाला के नाम से भी जाना एवं पहचाना जाता है। इस विशाल पर्वत पर एक अति दिव्य-भव्य मंदिर भी है। इस मंदिर में भगवान शिव के पैरों के निशान हैं।

   लिहाजा बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन पूजन के लिए मंदिर आते हैं। बताते हैं कि भगवान शिव मानव जाति को अपना दिव्य प्रकाश प्रदान करने के लिए इस स्थान पर प्रकट हुए थे। शायद इसीलिए एडमास हिल्स को सिवानोलीपदम कहा जाता है। सिवानोलीपदम का आशय है कि शिव का प्रकाश होता है। 

   मान्यता है कि राम-रावण के बीच युद्ध में मेघनाद के तीर से लक्ष्मण घायल एवं मूर्छित हो गये थे। संजीवनी की तलाश में हनुमान जी ने एक विशाल पर्वत को उठा लिया था। मान्यता है कि यह वही पर्वत एडमास हिल्स है। लिहाजा इसकी धार्मिक मान्यता भी है। 

   एडमास हिल्स का प्राकृतिक सौन्दर्य पर्यटकों के दिलों को झंकृत कर देता है। यहां का परिवेश पर्यटकों को एक अद्भुत रोमांच से भर देता है। इतना ही नहीं, पर्यटक एडमास हिल्स इलाके में झीलों-झरनों का सौन्दर्य भी देख सकते हैं।

   ऐसा प्रतीत होता है कि जैसे एडमास हिल्स बादलों की गोद में स्थित हो। एडमास हिल्स पर बादलों की घुमक्कड़ी बेहद रोमांचकारी होती है। बादलों का कोमल एवं शीतल स्पर्श अक्सर पर्यटकों को प्रफुल्लित कर देता है। पर्यटकों का मन चाहता है कि बादलों की घुमक्कड़ी में खो जायें।

   चौतरफा आैषधीय वनस्पतियों के सघन वन क्षेत्र एडमास हिल्स एवं आसपास के इलाके की सुन्दरता में चार चांद लगा देते हैं। लिहाजा एडमास हिल्स को दुनिया का एक शानदार पर्यटन माना जाता है।

   एडमास हिल्स की यात्रा के सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं। निकटतम एयरपोर्ट हट्टन एयरपोर्ट कोलंबो है। निकटतम रेलवे स्टेशन कोलंबो रेलवे स्टेशन है। पर्यटक सड़क मार्ग से भी एडमास हिल्स की रोमांचक यात्रा कर सकते हैं।
-32.756090,151.085160

Friday, January 24, 2020

पेनांग हिल स्टेशन: सुगंध की धरती

   पेनांग हिल स्टेशन को सुगंध एवं खाद्य पदार्थों का स्वर्ग कहा जाना चाहिए। जी हां, पेनांग हिल स्टेशन पर फलों की विभिन्न प्रजातियां पुष्पित एवं पल्लवित हैं। 

    इतना ही नहीं, फलों की दुर्लभ एवं विलुप्त प्रजातियां भी पेनांग पर पोषण पाती हैं। इनमें खास तौर से आम के बाग बगीचे भी शामिल हैं। मलेशिया के एयर इटम उप नगर में स्थित पेनांग हिल स्टेशन अद्भुत एवं विलक्षण है।

   मान्यता है कि पेनांग हिल स्टेशन, मलेशिया का पहला आैपनिवेशिक हिल स्टेशन है। जार्ज टाउन से करीब 9 किलोमीटर दूर स्थित पेनांग हिल स्टेशन बेहद दर्शनीय है। चौतरफा पहाड़ों की सुन्दरता पेनांग हिल स्टेशन के प्राकृतिक सौन्दर्य में चार चांद लगा देती है। 

   मखमली घास के हरे-भरेे विशाल मैदान एक ह्मदयस्पर्शी एहसास कराते हैं। समुद्र तल से करीब 833 मीटर की ऊंचाई पर स्थित पेनांग हिल स्टेशन वस्तुत: पेनांग द्वीप का एक शानदार हिस्सा है। फलों एवं फूलों का यह इलाका सदैव सुगंध से महकता रहता है। 

   शांत एवं शीतलता से आच्छादित पेनांग हिल स्टेशन बादलों संग खेलने के भरपूर मौके देता है। बादलों की घुमक्कड़ी देख कर पर्यटक रोमांचित हो उठते हैं। बादलों का उमड़ना-घुमड़ना पर्यटकों को प्रफुल्लित कर देता है। 

   हालात यह होते हैं कि कभी बादल पर्यटकों की गोद में होते हैं तो वहीं कभी पर्यटक बादलों के आगोश में होते हैं। रोमांच एवं प्रफुल्लता के यह पल पर्यटक कभी भूल नहीं पाते। शायद यही कारण है कि पेनांग हिल स्टेशन वैश्विक पर्यटकों का बेहद पसंदीदा है।

   वस्तुत: पेनांग हिल स्टेशन मलेशिया की शानदार पहाड़ियों का एक समूह है। खास यह कि इनमें से एक पर्वत चोटी को स्ट्राबेरी चोटी के नाम से जाना एवं पहचाना जाता है। विशिष्टताओं के कारण पेनांग हिल स्टेशन मलेशिया का आदर्श हिल स्टेशन माना जाता है। 

  पेनांग हिल स्टेशन पर मलेशियाई आैषधीय वनस्पतियों की एक लम्बी श्रंखला विद्यमान है। लिहाजा पेनांग हिल स्टेशन स्वास्थ्यवर्धक होने के साथ ही सुगंध के किसी अति समृद्ध खजाना से कम नहीं है। 

   घाटियों-वादियों वाले इस हिल स्टेशन को काफी कुछ विशिष्ट कह सकते हैं। कारण पेनांग हिल स्टेशन फल, फूल एवं आैषधीय वनस्पतियों एवं दुर्लभ वनस्पतियों की एक लम्बी श्रंखला विद्यमान है। शायद इसी लिए पेनांग हिल स्टेशन को आैषधीय वनस्पतियों का घर भी कहा जाता है। 

   विशेषज्ञों की मानें तो पेनांग हिल स्टेशन जैव विविधिता से अति समृद्ध है। पेनांग हिल स्टेशन का एक मुख्य आकर्षण पेनांग बोटैनिकल गार्डेन है। विशेषज्ञों की मानें तो इस बोटैनिकल गार्डेन की संरचना या स्थापना 1788 में कैप्टन फ्रांसिस लाइट ने की थी।

   इस दौरान पहाड़ी से झरना एवं गार्डेन के बीच घोड़े का ट्रैक बनाया गया था। जिससे पर्यटक इस हिल स्टेशन का वास्तविक आनन्द ले सकें। इतना ही नहीं, पेनांग हिल स्टेशन वन्य जीवों की आश्रय स्थली भी है। लिहाजा पर्यटक वन्य जीवों के रोमांच का भी एहसास कर सकते हैं। 

   विशेषज्ञों की मानें तो पेनांग द्वीप पर पक्षियों की 100 से अधिक प्रजातियां प्रवास करती हैं। इनमें से 80 प्रतिशत पक्षी दुर्लभ प्रजाति के हैं। जार्ज टाउन से करीब 5 सेल्सियस डिग्री अधिक ठंडा रहने वाला पेनांग हिल स्टेशन प्राकृतिक सौन्दर्य हर आयाम रखता है। 

    पेनांग हिल स्टेशन मलेशिया की यात्रा के सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं। निकटतम एयरपोर्ट जार्ज टाउन एयरपोर्ट है। निकटतम रेलवे स्टेशन फनस्टिक रेलवे स्टेेशन है। पर्यटक सड़क मार्ग से भी पेनांग हिल स्टेशन की यात्रा कर सकते हैं।
5.990080,100.476780

ओडो बोटानिया: रोमांचक मखमली एहसास    ओडो बोटानिया को धरती का ताज कहा जाना चाहिए। जी हां, ओडो बोटानिया का प्राकृतिक सौन्दर्य विलक्षण है...