पोखरा हिल स्टेशन: प्रकृति का उपहार
पोखरा हिल स्टेशन को प्रकृति का सुन्दर एवं दुर्लभ उपहार कहा जाना चाहिए।
जी हां, पोखरा हिल स्टेशन का प्राकृतिक सौन्दर्य अद्वितीय है। वस्तुत:
पोखरा हिल स्टेशन नेपाल के पश्चिमांचल विकास क्षेत्र का एक सुन्दर शहर है।
पोखरा हिल स्टेशन नेपाल के कास्की जिला का सुरम्य क्षेत्र है। नेपाल की
पोखरा घाटी नेपाल ही दुनिया के पर्यटकों को आकर्षित करती है। वैसे देखें तो
पोखरा हिल स्टेशन नेपाल का दूसरा सबसे बड़ा शहर भी है।
पोखरा हिल स्टेशन नेपाल के गण्डकी अंचल में अवस्थित है। हिमालय की घाटी या
तराई क्षेत्र में रचा-बसा पोखरा हिल स्टेशन नेपाल का मुख्य पर्यटन क्षेत्र
है।
खास यह कि पोखरा हिल स्टेशन का कोना-कोना प्राकृतिक सौन्दर्य से लबरेज है।
काठमांडू को नेपाल की राजधानी कहा जायेेगा तो पोखरा को सांस्कृतिक एवं
आध्यात्मिक राजधानी कहा जायेगा। खास यह कि पोखरा हिल स्टेशन पर पर्यटक हर
पल रोमांच का अनुभव करते हैं।
लिहाजा इसकी ख्याति देश दुनिया में है। यूं कहें कि पोखरा हिल स्टेशन रोमांच का केन्द्र है तो शायद कोई अतिश्योक्ति न होगी।
समुद्र तल से करीब 827 मीटर ऊंचाई पर स्थित पोखरा हिल स्टेशन ट्रैकिंग एवं
रॉफ्टिंग के लिए खास प्रसिद्ध है। पोखरा हिल स्टेशन पर ट्रैकिंग एवं
रॉफ्टिंग के शौकीन पर्यटकों की भीड़ उमड़ती रहती है।
काठमांडू से करीब 200 किलोमीटर दूर पश्चिम दिशा में अवस्थित पोखरा हिल
स्टेशन वैश्विक पर्यटकों की पहली पसंद है। पर्यटन की दृष्टि से पोखरा हिल
स्टेशन को धरती का स्वर्ग भी कहा जाता है।
पोखरा हिल स्टेशन पर प्रकृति की सुन्दरता का शानदार एवं इन्द्रधनुषी एहसास
होता है। पर्यटक पोखरा हिल स्टेशन पर बेहद रोमांच का एहसास करते हैं। कारण
करीब 827 मीटर की ऊंचाई पर पोखरा हिल स्टेशन स्थित होने के बावजूद पर्यटक
हिमालय से अति निकटता का एहसास करते हैं।
एहसास होता है कि कुछ ही दूर हिमालय की शीर्ष चोटियां हैं। पोखरा हिल
स्टेशन से फेवाताल का जादुई दृश्य पर्यटकों को मुग्ध कर लेता है।
निकट ही माछापुछे पर्वतीय शोभा को दोगुना कर देती है। माछापुछे चोटी की समुद्र तल से ऊंचाई करीब 6988 मीटर है।
खास यह कि पोखरा हिल स्टेशन सहित आसपास के इलाके में सम्मोहन जैसी दशा
होती है। चौतरफा पर्वत श्रंखलाओं से घिरा पोखरा हिल स्टेशन सघन वन क्षेत्र,
प्रवाहमान नदियों, स्वच्छ झीलों, विश्व प्रसिद्ध हिमालय के नयनाभिराम
दृश्यों से आच्छादित है।
पोखरा हिल स्टेशन करीब 123 वर्ग किलोमीटर के दायरे में फैला है। खास यह कि
पोखरा हिल स्टेशन धौलागिरी, मनासलू, माछापुछे एवं अन्नपूर्णा जैसी
प्रसिद्ध एवं खास पर्वत सहित हिमालय की सुन्दरता का अद्भुत दृश्य देख सकते
हैं। पोखरा हिल स्टेशन का सबसे विलक्षण दृश्य अन्नपूर्णा पर्वत चोटी है।
पश्चिम से पूर्व तक फैली इस पर्वत माला में धौलागिरी एवं अन्नपूर्णा सहित
कई पर्वत श्रंखलाएं शामिल हैं। सूर्य की किरणें पर्वत श्रंखलाओं पर पड़ती
हैं तो ऐसा एहसास होता है कि जैसे सोना बिखर रहा हो।
अन्नपूर्णा पर्वत चोटी की समुद्र तल से ऊंचाई करीब 8091 मीटर है। पोखरा
हिल स्टेशन एवं उसके आसपास सुन्दर एवं शानदार स्थानों की एक लम्बी श्रंखला
है। इनमें खास तौर से फ्यूबा झील, बेगनास एवं रूपा झील, सेती मंडकी,
महेन्द्र गुफा, वाराही मंदिर, डेविस फॉल्स, गुप्तेेश्वर फॉल्स, पोखरा
संग्रहालय एवं विंध्यवासिनी देवी मंदिर आदि इत्यादि बहुत कुछ है।
फ्यूबा झील: फ्यूबा झील नेपाल की दूसरी सबसे बड़ी झील है। इसकी लम्बाई करीब
1.50 किलोमीटर है। फ्यूबा झील वस्तुत: पोखरा हिल स्टेशन का मुख्य आकर्षण
है। इसका पूर्वी किनारा बैडेम या लेकसाइड के नाम से प्रसिद्ध है।
झील से पहाड़ों की सुन्दरता देखते ही बनती है। खास यह कि झील की सुन्दरता
का आनन्द उठाने के साथ साथ खाने-पीने के भी मजे लिये जा सकते हैं।
पर्यटक झील में वोटिंग का भी आनन्द ले सकते हैं। झील के किनारे एवं आसपास
पारम्परिक शैली के गेस्ट हाउस या होटल झील की सुन्दरता में चार चांद लगा
देते हैं।
बेगनास एवं रुपा झील: बेगनास एवं रूपा झील वस्तुत: पोखरा की प्रसिद्ध आठ झीलों में से हैं। यह झील पोखरा हिल स्टेशन से करीब 15 किलोमीटर दूर हैं। यहां की शांति एवं शीतलता पर्यटकों को खास तौर से लुभाती है। पर्यटक यहां वोटिंग एवं फिशिंग का भरपूर आनन्द ले सकते हैं।
बेगनास एवं रुपा झील: बेगनास एवं रूपा झील वस्तुत: पोखरा की प्रसिद्ध आठ झीलों में से हैं। यह झील पोखरा हिल स्टेशन से करीब 15 किलोमीटर दूर हैं। यहां की शांति एवं शीतलता पर्यटकों को खास तौर से लुभाती है। पर्यटक यहां वोटिंग एवं फिशिंग का भरपूर आनन्द ले सकते हैं।
सेती मंडक: सेती मंडक एवं सेती घाटी भी पोखरा हिल स्टेशन के आकर्षण हैं।
सेती मंडक वस्तुत: एक सुन्दर नदी है। यह शहर के मध्य से भी प्रवाहमान है।
खास यह कि यह नदी कई स्थानों पर भूमिगत हो जाती है। मान्यता है कि पोखरा
हिल स्टेशन की सम्पूर्ण भूमि सेती नदी पर तैरती है।
महेन्द्र गुफा: महेन्द्र गुफा पोखरा हिल स्टेशन से करीब 10 किलोमीटर दूर है। यह प्राकृतिक स्थान वस्तुत: सेती नदी के किनारे बटुलेचर्स गांव के पास स्थित है। इस गुफा में चमगादड़ों की संख्या अत्यधिक है। कारण गुफा के आंतरिक क्षेत्र में रोशनी का प्रवाह अत्यधिक कम है। फिर भी प्राचीनता देखते बनती है।
महेन्द्र गुफा: महेन्द्र गुफा पोखरा हिल स्टेशन से करीब 10 किलोमीटर दूर है। यह प्राकृतिक स्थान वस्तुत: सेती नदी के किनारे बटुलेचर्स गांव के पास स्थित है। इस गुफा में चमगादड़ों की संख्या अत्यधिक है। कारण गुफा के आंतरिक क्षेत्र में रोशनी का प्रवाह अत्यधिक कम है। फिर भी प्राचीनता देखते बनती है।
वाराही मंदिर: वाराही मंदिर वस्तुत: दोमंजिला देवी शक्ति का उपासना स्थल
है। फेवा नदी के मध्य भाग में अवस्थित वाराही देवी मंदिर पैगोडा शैली का
मंदिर है। हिन्दुओं का यह आराध्य स्थल है।
डेविस फॉल्स: डेविस फॉल्स एक शानदार पिकनिक स्पॉट है। डेविस फॉल्स की दूरी पोखरा हिल स्टेशन से करीब 2 किलोमीटर है। यह फॉल्स एक पतली धारा के रूप में ऊंची पहाड़ी से गिरता है।
डेविस फॉल्स: डेविस फॉल्स एक शानदार पिकनिक स्पॉट है। डेविस फॉल्स की दूरी पोखरा हिल स्टेशन से करीब 2 किलोमीटर है। यह फॉल्स एक पतली धारा के रूप में ऊंची पहाड़ी से गिरता है।
गुप्तेश्वर गुफा: गुप्तेश्वर गुफा एक प्राचीन धार्मिक गुफा है। यह गुफा
डेविस फॉल्स के निकट स्थित है। गुप्तेश्वर गुफा करीब 3 किलोमीटर लम्बी है।
गुफा में एक भव्य-दिव्य शिवलिंग है। इससे हिन्दुओं में इस गुफा का विशेष
महत्व है।
पोखरा संग्रहालय: पोखरा संग्रहालय पोखरा हिल स्टेशन पर बस स्टैण्ड एवं महेन्द्र ब्रिाज के मध्य में स्थित है। संग्रहालय में जनजातीय जीवन की विशिष्ट कृतियां एवं संस्कृतियां प्रदर्शित हैं। इसमें आभूषण, वाद्य यंत्र, वस्त्र आदि प्रदर्शित हैं।
विंध्यवासिनी मंदिर: विंध्यवासिनी देवी मंदिर चौतरफा मखमली हरियाली से घिरा है। मंदिर मुख्यत: देवी भगवती को समर्पित है। शनिवार को यहां विशेष पूजन-अर्चन का आयोजन होता है। यह मंदिर विशेष वास्तुशिल्प के लिए प्रसिद्ध है।
पोखरा संग्रहालय: पोखरा संग्रहालय पोखरा हिल स्टेशन पर बस स्टैण्ड एवं महेन्द्र ब्रिाज के मध्य में स्थित है। संग्रहालय में जनजातीय जीवन की विशिष्ट कृतियां एवं संस्कृतियां प्रदर्शित हैं। इसमें आभूषण, वाद्य यंत्र, वस्त्र आदि प्रदर्शित हैं।
विंध्यवासिनी मंदिर: विंध्यवासिनी देवी मंदिर चौतरफा मखमली हरियाली से घिरा है। मंदिर मुख्यत: देवी भगवती को समर्पित है। शनिवार को यहां विशेष पूजन-अर्चन का आयोजन होता है। यह मंदिर विशेष वास्तुशिल्प के लिए प्रसिद्ध है।
पोखरा हिल स्टेशन की यात्रा के सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं। निकटतम
एयरपोर्ट पोखरा नेपाल है। यह क्षेत्रीय हवाई अड्डा है। पर्यटक सड़क मार्ग से
भी पोखरा हिल स्टेशन की यात्रा कर सकते हैं।
28.237988,83.995590
28.237988,83.995590
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