Friday, November 15, 2019

डुमरीपुट हिल स्टेशन : प्रकृति का एहसास

   डुमरीपुट हिल स्टेशन को प्रकृति की गोद कहना चाहिए। डुमरीपुट का मखमली एहसास पर्यटकों के दिल एवं दिमाग को प्रफुल्लित कर देता है। 

  जी हां, भारत के ओड़िशा के कोरापुट का डुमरीपुट हिल स्टेशन प्राकृतिक सौन्दर्य की अनुपम एवं निराली छटा है। वस्तुत: डुमरीपुट ओड़िशा का एक छोटा सा सुन्दर गांव हैं। खास यह कि डुमरीपुट गांव चौतरफा पहाड़ियों से घिरा है।

   लिहाजा चौतरफा प्राकृतिक सौन्दर्य की इन्द्रधनुषी छटा दिखती है। विशाल खुले क्षेत्र वाला डुमरीपुट हिल स्टेशन अति दर्शनीय है। यह पर्वतीय इलाका वस्तुत: कोरापुट एवं सूर्यबेड़ा के मध्य नेशनल हाईवे पर स्थित है। लिहाजा ओेड़िशा के इस हिल स्टेशन की यात्रा करना बेहद आसान भी है।

   भारतीय पर्यटन मानचित्र पर ओड़िशा का यह पर्यटन खास प्रसिद्ध है। डुमरीपुट हिल स्टेशन पर भगवान श्रीराम को समर्पित दिव्य-भव्य मंदिर मुख्य आकर्षण है। 
   खास यह है कि इस दिव्य-भव्य मंदिर परिसर में राम भक्त हनुमान की विशाल प्रतिमा स्थापित है। हनुमान जी की यह विशाल प्रतिमा ओड़िशा की सबसे ऊंची दूसरी प्रतिमा मानी जाती है। 

   समुद्र तल से करीब 1000 मीटर ऊंचाई पर स्थित डुमरीपुट हिल स्टेशन पर्यटकों को प्रकृति के मखमली स्पर्श का एहसास कराता है। विशाल मैदानों एवं पहाड़ियों का प्राकृतिक सौन्दर्य डुमरीपुट गांव को काफी कुछ विशिष्ट बना देता है। पर्यटक इस सुन्दर गांव में विलेज टूूरिज्म का भरपूर आनन्द ले सकते हैं।

  खास यह है कि डुमरीपुट हिल स्टेशन अपने प्राकृतिक सौन्दर्य, अद्भुत आभा, वन्य जीवन तथा जनजातीय संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है। वस्तुत: डुमरीपुट हिल स्टेशन एवं आसपास का इलाका आदिवासी एवं जनजातीय बाहुल्य है। 

   हालांकि अत्याधुनिक युग में आदिवासियों एवं जनजातीय सवंर्ग में काफी कुछ बदलाव आया है। डुमरीपुट हिल स्टेशन एवं आसपास का इलाका धर्म एवं आध्यात्म के लिए भी खास तौर से जाना पहचाना जाता है। खास यह है कि यहां भगवान जगन्नाथ को समर्पित एक विशाल मंदिर है। 

   भगवान जगन्नाथ के दर्शन करने एवं उनका आशीर्वाद पाने के लिए श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उमड़ती है। झीलों, झरनों, नदियों, घाटियों-वादियों एवं शानदार पर्वत श्रंखलाओं से आच्छादित डुमरीपुट हिल स्टेशन अति दर्शनीय एवं रोमांचक है।
   यंू कहें कि झीलों, झरनों, नदियों, घाटियों-वादियों एवं शानदार पर्वत श्रंखलाओं का प्राकृतिक सौन्दर्य डुमरीपुट हिल स्टेशन की शान एवं शोभा हैं तो शायद कोई अतिश्योक्ति न होगी।

   आैषधीय वनस्पतियों की विस्तृत श्रंखला डुमरीपुट हिल स्टेशन के सघन वन क्षेत्र का आभूषण हैं। आैषधीय वनस्पतियां पर्यटकों को अति ऊर्जावान बना देती हैं। लिहाजा पर्यटक डुमरीपुट हिल स्टेशन पर खुद को ऊर्जा से लबरेज होने का एहसास करते हैं। 

   विशेषज्ञों की मानें तो ओड़िशा प्राचीन मंदिरों एवं पौराणिक इमारतों के लिए वैश्विक ख्याति रखता है। शायद इसी लिए डुमरीपुट हिल स्टेशन भी इस प्राचीनता से अछूता नहीं है। डुमरीपुट हिल स्टेशन के सौन्दर्य शास्त्र की अनगढ़ गाथा वैश्विक पर्यटकों को सम्मोहित कर लेती है।

   प्राकृतिक सौन्दर्य समृद्ध डुमरीपुट हिल स्टेशन पर्यटन का अमूल्य वैभव है। खास यह कि इस शानदार हिल स्टेशन की यात्रा पर पर्ययक बादलों से दोेस्ती का रोमांचक एहसास करते हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि जैसे बादलों का समूह साथ चल रहा हो। पर्यटक बेहद अत्यधिक रोमांच का एहसास करते हैं। 

   ओड़िशा के इस मनोरम डुमरीपुट हिल स्टेशन की यात्रा अवश्य करनी चाहिए। डुमरीपुट हिल स्टेशन एवं आसपास आकर्षक स्थलों की एक शानदार श्रंखला विद्यमान है। 
  इनमें खास तौर से हनुमान जी की विशाल प्रतिमा अति दर्शनीय है। आदिवासी संग्रहालय, कोलाब बांध, जगन्नाथ मंदिर एवं रानी दुदुमा झरना आदि इत्यादि यहां के खास आकर्षण हैं।

   डुमरीपुट हिल स्टेशन की यात्रा के सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं। निकटतम एयरपोर्ट विशाखापट्टनम इण्टरनेशनल एयरपोर्ट है। विशाखापट्टनम एयरपोर्ट से डुमरीपुट हिल स्टेशन की दूरी करीब 187 किलोमीटर है।
  निकटतम रेलवे स्टेशन कोरापुट जंक्शन है। कोरापुट रेलवे स्टेशन से डुमरीपुट हिल स्टेशन की दूरी करीब 12 किलोमीटर है। पर्यटक सड़क मार्ग से भी डुमरीपुट हिल स्टेशन की यात्रा कर सकते हैं।
18.813200,82.712600

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