Thursday, December 20, 2018

मालम जब्बा हिल स्टेशन: धरती का श्रंगार

  मालम जब्बा हिल स्टेशन को धरती का श्रंगार कहा जाना चाहिए। जी हां, मालम जब्बा हिल स्टेशन की खूबसूरती का कोई जोड़ नहीं। प्रकृति की यह संरचना निश्चय ही अद्भुत है।

  हिन्दू कुश पर्वत श्रंखला का यह हिल स्टेशन अद्भुत प्राकृतिक सौन्दर्य के कारण वैश्विक पर्यटकों का पसंदीदा बन गया है।
  पाकिस्तान के पेशावर इलाके का यह सुन्दर हिल स्टेशन स्कीइंग के लिए खास प्रसिद्ध है। समुद्र तल से करीब 2805 मीटर ऊंचाई पर स्थित मालम जब्बा हिल स्टेशन खास तौर से बर्फबारी का इलाका है। 

  सर्दियों में यहां का सौन्दर्य अति दर्शनीय हो जाता है। दिसम्बर से फरवरी की अवधि में मालम जब्बा हिल स्टेशन पर पर्व-त्योहार जैसा परिदृश्य दिखता है।
   मालम जब्बा हिल स्टेशन में इस अवधि में स्कीइंग के शौकीन पर्यटकों का सैलाब उमड़ पड़ता है। इस अवधि में मालम जब्बा हिल स्टेशन के पर्वत श्रंखला के शिखरों से लेकर मखमली घास के मैदान एवं ढ़लान सभी बर्फ से ढ़के नजर आते हैं। 

   ऐसा प्रतीत होता है कि जैसे साक्षात स्वर्ग उतर आया हो। विशेषज्ञों की मानें तो मालम जब्बा हिल स्टेशन पाकिस्तान का श्रेष्ठतम एवं बेहतरीन स्की रिजार्ट है। वस्तुत: मालम जब्बा हिल स्टेशन पाकिस्तान का मुख्य पर्यटन आकर्षण है।

   पाकिस्तान पर्यटन विकास निगम के स्वामित्व वाले इस क्षेत्र में पर्यटन की सभी आवश्यक सेेवाएं-सुविधाएं उपलब्ध हैं।
  रिजार्ट रोलर, आइस स्केटिंग, कुर्सी लिफ्ट, स्कीइंग प्लेटफार्म आदि इत्यादि बहुत कुछ मालम जब्बा हिल स्टेशन पर पर्यटकों को उपलब्ध रहता है।

   स्की रिजार्ट पर करीब 800 मीटर की स्की ढ़लान हैं। जिससे पर्यटक स्कीइंग का भरपूर आनन्द ले सकते हैं। वस्तुत: मालम जब्बा हिल स्टेशन एवं आसपास प्राकृतिक सौन्दर्य से परिपूरित स्थानों की एक लम्बी श्रंखला है।

   मियांदाम प्राकृतिक सौन्दर्य का इन्द्रधनुषी आयाम है। गर्मियों में शांत एवं शीतलता का एहसास कराने वाला यह हिल स्टेशन का यह इलाका पर्यटकों को भरपूर ऊर्जा प्रदान करता है। मखमली घास के हरे-भरे लॉन मैदान पर्यटकों को लुभाते हैं। 

   मालम जब्बा हिल स्टेशन का यह इलाका खास तौर से सैर सपाटा के लिए बेहतरीन है। सघन वन क्षेत्र यहां की खास सुन्दरता है।
  कहीं पर्वत शिखर दिखते हैं तो कहीं घास के मखमली मैदान दिलों को लुभाते हैं। वनस्पतियों एवं फूलों की प्रचुरता परिवेश को सुगंधित बना देती है। 

   जिससे पर्यटक एक विशेष ताजगी का एहसास करते हैं। मालम जब्बा हिल स्टेशन के इस इलाके में ग्रामीण संस्कृति के भी दर्शन होते हैं। 
  खास यह कि यह इलाका बौद्धों के लिए भी जाना पहचाना जाता है। मदयान भी इस इलाके का विशेष आकर्षण है।

  मिंगोरा से करीब 60 किलोमीटर दूर स्थित यह इलाका बेहद दर्शनीय एवं आकर्षक है। समुद्र तल से करीब 1321 मीटर ऊंचाई वाला यह इलाका पर्यटकों को एक विशेष आनन्द की अनुभूति कराता है।

   मदयान खास तौर से शॉल एवं कढ़ाई-बुनाई के लिए विशेष तौर से जाना जाता है। जनजातीय आभूषण, नक्काशीदार लकड़ी का सामान इस इलाके की खास पहचान है। 
  विशेषज्ञों की मानें तो स्वात घाटी क्षेत्र का यह अंतिम इलाका है। यहां की ग्रामीण आवासीय संरचना पर्यटकों को मुग्ध कर लेती है। 

  खास यह कि मालम जब्बा हिल स्टेशन पर चौतरफा प्राकृतिक सौन्दर्य की निराली छटा बिखरी दिखती है। विशेषज्ञों की मानें तो मालम जब्बा हिल स्टेशन इलाका स्वात घाटी का ही बेहतरीन हिस्सा है।
  मालम जब्बा हिल स्टेशन की यात्रा के सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं। निकटतम एयरपोर्ट सैदु शरीफ एयरपोर्ट है। 

   सैदु शरीफ एयरपोर्ट से मालम जब्बा हिल स्टेशन की दूरी करीब 40 किलोमीटर है। पर्यटक इस्लामाबाद इण्टरनेशनल एयरपोर्ट से भी मालम जब्बा हिल स्टेशन की यात्रा कर सकते हैं। 
  इस्लामाबाद से मालम जब्बा हिल स्टेशन की दूरी करीब 315 किलोमीटर है। पर्यटक रेल एवं सड़क मार्ग से भी मालम जब्बा हिल स्टेशन की यात्रा कर सकते हैं।
34.006960,71.533060

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